हनुमान जी के 108 नाम – अर्थ, महिमा और जाप विधि
108 Names of Lord Hanuman – Meanings, Glory & Chanting Method
🌟 भूमिका: हर नाम में छिपा है अनंत बल, कृपा और भक्ति का रहस्य
श्री हनुमान जी केवल एक वीर योद्धा या राम भक्त नहीं,
बल्कि वे संजीवनी शक्ति, भक्ति की सजीव प्रतिमा, और कलियुग के जीवित देवता हैं।
उनके 108 नाम — कोई साधारण नाम नहीं,
बल्कि हर एक नाम किसी ना किसी लीला, सत्य घटना और दिव्य गुण से जुड़ा हुआ है।
इन नामों का नियमित जाप करने से
शरीर, मन और आत्मा — तीनों स्तरों पर चमत्कारी प्रभाव दिखाई देता है।
🔱 हनुमान जी के 108 नामों की परंपरा
यह परंपरा पुराणों और तंत्र शास्त्रों में वर्णित है।
प्राचीन ऋषियों ने हर नाम को एक विशेष ऊर्जा केंद्र से जोड़ा।
यह नाम हनुमान जी के विविध रूपों, कर्तव्यों और चमत्कारों का प्रतिनिधित्व करते हैं।
"जपते रहो रामदूत के नाम,
कट जाएँगे हर संकट और काम।"
📿 हनुमान जी के कुछ प्रमुख नाम और उनके अर्थ
क्रम
नाम
अर्थ
1
ॐ हनुमते नमः
जो असीम बलशाली हैं
2
ॐ अंजनीसुताय नमः
माता अंजनी के पुत्र
3
ॐ मारुतात्मजाय नमः
वायु देव के अंश से उत्पन्न
4
ॐ रामदूताय नमः
श्रीराम के दूत
5
ॐ शक्तिनाथाय नमः
शक्ति के स्वामी
6
ॐ लक्ष्मणप्राणदात्रे नमः
लक्ष्मण को जीवन देने वाले
7
ॐ संजीवनीधराय नमः
संजीवनी पर्वत उठाने वाले
8
ॐ अष्टसिद्धिदायकाय नमः
अष्ट सिद्धियों को देने वाले
9
ॐ संकटमोचनाय नमः
संकट हरने वाले
10
ॐ बजरंगबली नमः
वज्र समान बलशाली
👉 ऐसे कुल १०८ नाम हैं, जिनका जाप करने से
मनुष्य का भय, रोग, शत्रु बाधा और मानसिक अशांति सब दूर हो जाती है।
🧘♂️ हनुमान जी के नामों का जाप कब और कैसे करें?
🕯️ जाप विधि:
प्रातःकाल स्नान करके पवित्र स्थान पर बैठें।
श्रीराम व श्रीहनुमान का ध्यान करें।
दीपक जलाकर 108 नामों का जाप करें।
हर नाम के बाद “नमः” बोलना आवश्यक है।
जाप के बाद “जय श्री राम, जय हनुमान” कहें।
📅 विशेष दिन:
मंगलवार और शनिवार को विशेष फलदायी।
हनुमान जयंती पर इसका पाठ अत्यंत शुभ माना जाता है।
🌠 हनुमान जी के नामों का जाप क्यों करें? (लाभ)
🛡️ संकटों से रक्षा:
शत्रु बाधा, शारीरिक पीड़ा और दुर्घटनाओं से सुरक्षा।🧘 मानसिक शांति और भय से मुक्ति:
नामों का उच्चारण मस्तिष्क की तरंगों को संतुलित करता है।💼 कैरियर और सफलता में वृद्धि:
मनोबल, साहस और निर्णय शक्ति में आश्चर्यजनक सुधार होता है।❤️ घर में सुख-शांति और सकारात्मक ऊर्जा:
नाम जप से दृष्ट दोष, नजर दोष भी नष्ट होता है।🪔 आध्यात्मिक उन्नति और प्रभु से निकटता:
हनुमान जी के नाम हमें राम तक ले जाते हैं।
📜 जप का नियम (व्रत/संकल्प के रूप में)
लगातार 11 दिन या 21 दिन 108 नामों का जाप करें।
प्रत्येक दिन के बाद हनुमान जी को गुड़, केला या बताशा अर्पित करें।
अंत में “हनुमान चालीसा” या “आरती” जोड़ें तो और अधिक प्रभावी रहेगा।
🔍 विशेष कथन
"मैंने जब 21 दिनों तक हर दिन हनुमान जी के 108 नामों का जाप किया,
तब मेरी बेटी के विवाह की रुकी हुई बात बिना किसी प्रयास के पक्की हो गई।
मुझे जीवन में पहली बार अनुभव हुआ कि नामों में कितनी ताकत होती है।"
– भक्ति अनुभव: रेखा देवी, प्रयागराज
🙏 अंतिम विचार – नाम ही मंत्र हैं, और मंत्र ही मुक्ति का द्वार
हनुमान जी के 108 नाम केवल शब्द नहीं हैं —
वे जीवित शक्तियाँ हैं, जिनका नियमित जप जीवन को
सकारात्मक, शांत, सुरक्षित और सफल बनाता है।
जब नाम जप में विश्वास जुड़ता है,
तब हनुमान जी की कृपा द्वार तो क्या, भाग्य तक बदल देती है।
📌 अगला ब्लॉग: तुलसीदास और हनुमान जी का मिलन – भक्त और भगवान का संवाद
🚩 जय श्री हनुमान
🚩 जय श्रीराम
🚩 बजरंग बली की जय
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